शिव मंदिर देहरादून को प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर के नाम से भी जान जाता है| यह उत्तराखंड में देहरादून-मसूरी मार्ग पर आयोजित किया जाता है। यह देहरादून में सबसे अधिक देखे जाने वाले स्वर्गीय स्थानों में से एक है। इस मंदिर की रचनादेखणे के लिये भक्त दूर दूर से आते है |
यह एक अत्यंत विशाल अभयारण्य है। यह अत्यंत क्रान्तिकारी है। आप यहां घंटों आराम से घूम सकते हैं। यह अभयारण्य राजधानी देहरादून से 10 किमी दूर है। यह मसूरी जाते समय गिरता है।
Also Read: एशिया का सबसे उचा शिवमंदिर : जटोली शिव मंदिर
मसूरी की गली में स्थित यह अभयारण्य वास्तव में काफी अनोखा है। एस कहा जाता है की यहा जो भी मांगो पुरा होता है|

अभयारण्य स्पष्ट रूप से रचना करता है कि कोई नींव नहीं दी जानी है। मिठाई और चाय के रूप में प्रसाद सभी को मुफ्त में परोसा जाता है।
अभयारण्य में प्रमुख शिव लिंग एक विशिष्ट गुफा के अंदर है।
मंदिर को प्रतिदिन फूलों से सजाया जाता है। शिवरात्रि और सावन के अवसर पर विशेष पूजा अर्चना की जाती है।
शिव मंदिर देहरादून के बारे में:
समय:
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर खुला है:
समय: सुबह 08:00 बजे से शाम 08.30 बजे तक|
पहुंचने के निर्देश: स्थान:
देहरादून(कुठल गेट के पास) , मसूरी रोड, सालन गांव, भगवंत पुर, खाला गांव, उत्तराखंड 248009
Also Read: Ambernath Shiv mandir history in Hindi
प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर की वास्तुकला और इतिहास:

मंदिर की छत पर शिव के त्रिशूल के साथ एक दिलचस्प वास्तुकला है। जो बहोत हि मनमोहक है|
मंदिर की दीवारों को तीन रंगो से सजाय गाय है लाल, नारंगी और बीच में कला रंग दिया गाय है जोकी देखणे में काफी दिलचस्प दिक्त है|
मंदिर का इतिहास अज्ञात है और कई स्थानीय लोगों का मानना है कि शिव के अनुयायियों में से एक ने इसे बनाया था।
शिवरात्री और सावन मास में यहा असंख्य भक्त आते है | इन दिनो में मंदिर को फुलो से सजाय जाता है , और विशेष पूजा अर्चना की जाती है।
Also Read: शिव मंदिर के अनोखे रहस्य